tag:blogger.com,1999:blog-1760795084666834351.post1927986873318690632..comments2023-10-06T14:10:11.561+05:30Comments on घरेलू नुस्खे: पेट की हवा (पाद)दादी का दवाखानाhttp://www.blogger.com/profile/10013708384457716747noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1760795084666834351.post-31315500486089992672016-02-15T15:36:01.412+05:302016-02-15T15:36:01.412+05:30पादने से मछर भागते हैं ।पादने से मछर भागते हैं ।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06008403766922671547noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1760795084666834351.post-25911778248427065982016-02-10T18:27:27.879+05:302016-02-10T18:27:27.879+05:30मजा आ गया बहुत सुंदर जानकारी हैमजा आ गया बहुत सुंदर जानकारी हैdebuhttps://www.blogger.com/profile/08485499683186142142noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1760795084666834351.post-78820279472375935572010-02-01T09:21:00.751+05:302010-02-01T09:21:00.751+05:30दोनों समय भोजन के पश्चात एक हरज़ को मुँह में रखकर च...दोनों समय भोजन के पश्चात एक हरज़ को मुँह में रखकर चूस लिया करें।.......? हरज़:Is this a typing slip?Dr U S Arorahttps://www.blogger.com/profile/01396799549379689251noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1760795084666834351.post-77219031930090972052008-02-10T20:43:00.000+05:302008-02-10T20:43:00.000+05:30हर समय और हर जगह पर पादना ठीक नही होता है,अक्सर जह...हर समय और हर जगह पर पादना ठीक नही होता है,अक्सर जहां भी लोगों को पदास लगी और कूल्हा उचका कर पूं पां कर देते है,बुरा तब लगता है,जब बात भी किसी सार्वजनिक स्थान पर चल रही हो,अक्सर नई बहुयें पादने के लिये बाथरूम में भागतीं है,और पाद नही रुकने पर उनका पेट फ़ूलना चालू हो जाता है,अधिकतर मामलों में टीं टां का स्वर सुनाई ही दे जाता है,सास के मन में बहू का पादना तब और खटकता है,जब बहू दरवाजे के बीच में बैठ रामेन्द्र सिंह भदौरियाhttps://www.blogger.com/profile/16542171789034654192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1760795084666834351.post-75231675182415492272008-02-10T20:34:00.000+05:302008-02-10T20:34:00.000+05:30खाना खाने के बाद बायीं करवट लेट कर दस सांस गहरी ले...खाना खाने के बाद बायीं करवट लेट कर दस सांस गहरी लेकर दस सांस धीमी लेने पर भी पेट की वायु निकल जाती है,फ़िर पन्द्रह मिनट बाद दाहिनी करवट लेट कर पहले दस सांस धीमे और दस सांस गहरी लेने से पेट के अन्दर की वायु निकल कर भोजन नली को वायु हीन हो जाती है,अधिक वायु बनाने वाली वस्तुयें जैसे शाम को मूली की सलाद,दोपहर को खट्टा दही,सुबह को मूंगफ़ली या खाने के बाद किसी भुने हुए अन्न को खाने से वायु विकार हो जाते रामेन्द्र सिंह भदौरियाhttps://www.blogger.com/profile/16542171789034654192noreply@blogger.com