छोटी हरड़ को बारिक पीसकर छालों पर लगाने से मुँह तथा जीभ के छालों से छुटकारा मिलता है। जो छाले किसी भी दवा से ठीक नही हो रहे हो इस दवा के लगाने से निश्चय ही ठीक हो जायेंगे। दिन में दो तीन बार लगायें।
या (१) पेट साफ रखा जाये। (२) अधिक मिर्च मसालेदार पदार्थों से बचें।
या रात के भोजन के पश्चात एक छोटी हरड़ चूसें। इससे आमाशय और आन्तड़ियों के दोषों के कारण महीनों ठिक न होने वाले मुँह व जीभ के छाले ठीक हो जाते हैं। हरड़ को चुसते रहने से पाचक अंग शक्तिशाली बन जाते हैं, पेट के कीड़े नष्ट हो जाते हैं।
या तुलसी की चार-पाँच पत्तियां नित्य सुबह और शाम चबाकर ऊपर से दो घूँट पानी पीयें। मुँह के छाले व मुँह की दुर्गन्ध दूर होती है। सप्ताह भर खायें।
या दो ग्राम भुना हुआ सुहागा का बारीक चूर्ण पन्द्रह ग्राम ग्लींसरीन में मिलाकर रख लें। दिन में दो तीन बार मुँह एवं जीभ के छालों पर लगायें।
या बच्चों के मुँह के छाले - मिश्री को बारीक पीसकर उसमें थोड़ा सा कपूर मिलाकर मुँह में लगायें। इससे मुँह के छाले और मुँह पाक मिटता है। यह दवा बच्चों के मुँह आने पर बहुत लाभकारी है।
3 comments:
आप ने बहुत अच्छे से सब बताया है- ये छाले तो इतनी आम समस्या है कि लगता है कि दादी के नुस्खे मान लेने से काफी लोगों का कल्याण होगा।
शुभकामनाएं
प्रवीन जी
यहाँ आने का शुक्रिया
दादी
apka bataya nuskha best j
hai... thanks..
Post a Comment